2023 के पहले महीने में शनि का गोचर बना रहा है 'शश महापुरुष योग', इन 4 राशियों के खुल जाएंगे किस्‍मत के दरवाजे

Indian Astrology | 12-Dec-2022

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ज्‍योतिष में शनि को न्‍याय का देवता माना गया है जो व्‍यक्‍ति को उसके कर्मों का फल देता है और इस समय किसी भी तरह की नरमी नहीं रखता। शनि आपको आपके कर्मों के अनुसार की परिणाम देता है। कुंडली में शनि की अशुभ स्थिति के कारण जीवन में कई परेशानियां और उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। इस वजह से शनि की स्थिति में हर छोटा-बड़ा बदलाव 12 राशियों पर महत्‍वपूर्ण प्रभाव डालता है। साल 2023 में शनि 17 जनवरी को मकर राशि से कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं। शनि के अपनी स्‍वराशि में गोचर करने का सभी जातकों पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़गा। शनि देव 29 मार्च, 2025 तक इसी राशि में गोचर करेंगे।

 

 

बन रहा है शश महापुरुष राजयोग

 

जनवरी 2023 में शनि के कुंभ राशि में गोचर करने पर शश महापुरुष राजयोग का निर्माण होगा। वैदिक ज्‍योतिष में शश महापुरुष राजयोग को बहुत शुभ माना जाता है। इस योग का शुभ प्रभाव कुछ राशियों पर बहुत अच्‍छा पड़ सकता है। उन्हें नौकरी-व्‍यापार में लाभ होगा और इनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर हो सकती है। इसके साथ ही इन राशियों के लोगों को अपने कार्यों में भी सफलता मिल पाएगी।

 

क्‍या होता है शश महापुरुष राजयोग

 

वैदिक ज्‍योतिष में पांच बड़े पैमाने के ग्रह, अन्य सितारों और उप-ग्रहों और छाया ग्रहों (जैसे राहु और केतु) के अलावा महत्वपूर्ण माने गए हैं। पंच महापुरुष योग पांच ग्रहों से बनता है जिसमें शुक्र, शनि, बृहस्‍पति, मंगल और बुध शामिल हैं। जन्‍मकुंडली के छठे घर में शनि के मजबूत और अच्छी स्थिति में होने पर इस योग का निर्माण होता है। यहां शनि के लग्न में होने से मकर राशि का और तुला राशि में प्रबल कुम्भ राशि का आधिपत्य होता है।

जैसा कि उल्लेख किया गया है, शश महायोग शनि के बारे में है, जो सूर्य से सबसे दूर का ग्रह है और इसलिए, इसका स्वभाव ठंडे ग्रह का है। शनि को सूर्य के चारों ओर एक पूर्ण कक्षा पूरी करने में लगभग 30 वर्ष लगते हैं। इसके ठंडे और अत्यंत गर्म होने के मूल गुण के कारण ज्योतिष शास्त्र में शनि को सूर्य का शत्रु कहा गया है।

 

कैसे बनता है शश महापुरुष योग

 

जब शनि स्‍वराशि यानि मकर या कुंभ में होता है या अपनी उच्‍च राशि तुला में होता है और कुंडली में केंद्र में स्थि‍त होता है, तब शश योग का निर्माण होता है। चंद्रमा के केंद्र में होने पर भी इस योग को देखा जा सकता है। चंद्र कुंडली में यदि शनि केंद्र में है तो यह योग बनता है।

शश योग शनि के प्रभाव को सुधारने में मदद करता है और शुभ फल देता है। यह योग जातक को शनि के दुष्प्रभाव से बचाने में अत्यधिक लाभकारी होता है।

'शनि की साढ़ेसाती' और 'शनि की ढैय्या' के दुष्प्रभाव भी कम होते हैं। शनि के प्रभाव से जातक परिश्रमी बनता है। जातक को सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता जो उसके द्वारा किए गए प्रयासों की तुलना में अधिक होगा।

 

शश योग में जन्‍मे जातक

 

शश योग को शाशक योग भी कहते हैं। इस योग में जन्‍मे लोगों का छोटो चेहरा और दांत होते हैं और इनकी लंबाई मध्‍यम होती है। इन्‍हें यात्रा करना पसंद होता है। इन्‍हें गुस्‍सा बहुत जल्‍दी आता है और ये जिद्दी और साहसी होते हैं। इन्‍हें लोगों की ख‍ातिरदारी करना पसंद होता है। ये बहुत मेहनती होते हैं और अपने प्रयासों से ही सफलता पाने की चाहत रखते हैं।

ये दूसरों पर खूब पैसा बर्बाद करते हैं और अपनी मां को बेतहाशा प्‍यार करते हें। ये बुद्धिमान होते हैं और आसानी से दूसरों की गलती निकाल देते हैं।

शनि तकनीकी विशेषज्ञता, परिश्रम, धैर्य, यथार्थवाद, चुनौतीपूर्ण कार्यों को पूरा करने की क्षमता, अखंडता, प्रामाणिकता, अधिकार की भावना, नेतृत्व करने का गुण और कई अन्य गुणवत्ता लक्षणों से जुड़ा है। कुंडली में इस योग के बनने पर व्‍यक्‍ति को इन सभी क्षेत्रों में लाभ होता है और गुण प्राप्‍त होते हैं।

 

शश योग के लाभ

 

इन जातकों की इम्‍यूनिटी बहुत मजबूत होती है और बीमार पड़ने पर ये जल्‍दी से ठीक हो जाते हैं।

इन जातकों की आयु लंबी होती है और ये व्‍यवहार से काफी प्रैक्टिकल होते हैं।

ये लोग उतनी ही बात करेंगे जितनी आवश्यकता होगी। ये जातक बहुत सफल होते हैं और राजनीति के क्षेत्र में नई ऊंचाई हासिल करते हैं। कानूनी क्षेत्र में ये जातक अच्छा कर सकते हैं। इनके करियर की बात करें तो ये बहुत पैसा कमाते हैं और सरकारी क्षेत्र में लाभ प्राप्त करते हैं।

संपत्ति के लेन-देन से भी ये जातक अच्छी कमाई कर सकते हैं। इनकी अध्‍यात्‍म की ओर रुचि होती है। ये जातक शिक्षक, सलाहकार या कहानी लेखक भी बन सकते हैं।

 

 

इन राशियों की खुलेगी किस्‍मत

 

शनि के कुम्भ राशि में प्रवेश से बनने वाला शश राजयोग 4 राशियों के जातकों के भाग्य पर से बंद ताले खोलेगा। 17 जनवरी 2023 से इन लोगों के जीवन में आएगी खुशहाली, कार्यों में सफलता मिलेगी।

वृषभ राशि :  शनि का गोचर वृषभ राशि के लोगों के लिए भाग्‍योदय लेकर आएगा। आपकी प्रगति में आ रही बाधाएं अब दूर हो सकती हैं। काम में आ रही रुकावटें दूर होंगी और आपको अपने भाग्‍य का साथ मिलेगा। करियर और निजी जीवन में भी जल्‍दी सफलता मिलने के योग हैं। करियर में आपको कोई बड़ी सफलता मिल सकती है। अविवाहित लोगों के लिए विवाह के योग बन रहे हैं।

मिथुन राशि : शनि के राशि परिवर्तन से मिथुन राशि पर शनि की ढैय्या समाप्त होगी। शनि की ढैय्या के कारण जीवन में आ रही परेशानियां और अड़चनें अब दूर होंगी। तनाव से मुक्ति मिलेगी। जिन लोगों को करियर या निजी जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था, उन्‍हें अब राहत की सांस मिल सकती है।

तुला राशि : 17 जनवरी को शनि के गोचर करते ही तुला राशि पर भी शनि की ढैय्या समाप्त हो जाएगी। रुका हुआ काम अपने आप बनने लगेगा। जीवन की परेशानियां खत्म होंगी। खूब तरक्की होगी। धन लाभ होगा। मानसिक सुख शांति प्राप्त होगी। पारिवा‍िरिक कलह समाप्‍त होगी और रिश्‍तों में प्‍यार बढ़ेगा।

धनु राशि : शनि का कुंभ राशि में प्रवेश धनु राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति दिलाएगा। शनि के कारण जो परेशानियां आ रही थीं वो दूर होंगी। आर्थिक उन्नति होगी। नौकरी-धंधे में तरक्की होगी। काम में भाग्य आपका साथ देना शुरू कर देगा। यदि आपके प्रेम संबंध में कोई परेशानी थी या अड़चनें आ रही थीं, तो भी अब दूर हो जाएंगी।