अपार धन प्राप्ति के लिए नवरात्रि में ऐसे करें धन की देवी लक्ष्मी की पूजा

Indian Astrology | 22-Sep-2021

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देवी लक्ष्मी बहुत चंचल होती है और उन्हें घर में टिकाए रखना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन ज्योतिष में कुछ उपाय ऐसे हैं, जो देवी को घर में सदा के लिए रोके रख सकते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हमारे लाख मेहनत और जतन के बाद भी घर में रुपये-पैसे की किल्लत बनी रहती है। धन आता भी है तो रुकता नहीं या धन कमाने के स्रोत पर ही कई बार ग्रहण सा लग जाता है। यदि आपके साथ भी ऐसा होता है कि आपकी मेहनत की कमाई आते ही उड़ जाती है तो आपको नवरात्रि में देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कुछ खास उपाय करने चाहिए।

ऐश्वर्यपूर्ण जीवन जीना तथा उसका उपयोग करना हर मनुष्य की‍ प्राथमिकता है। वर्तमान युग में लक्ष्मी प्राप्ति मनुष्य का सर्वप्रथम उद्देश्य रहा है, क्योंकि धन के बगैर कुछ भी संभव नहीं है। लक्ष्मी होना सौभाग्य और शक्ति का सूचक है। अभाव में जीना श्रेष्ठता नहीं है।

साधना द्वारा धन प्राप्त करना तथा अन्य लोगों से स्वयं को शक्तिशाली बनाने के लिए नवरात्रि उपयुक्त समय है। वैदिक ज्योतिष और लाल किताब में दिए ये उपाय बहुत ही कारगर माने गए हैं।

ज्योतिष के ये उपाय, धन की नहीं होने देंगे कभी कमी-

नवरात्रि में किसी भी दिन अपने घर में आप नागकेसर का पौधा जरूर लगाएं। ये ऐसा पौधा है जो देवी लक्ष्मी को बहुत आकर्षित करता है। देवी इस पौधे के लगते ही आपके घर में आ जाएंगी और आपको धन पाने के नए रास्ते मिलेंगे।

यदि धन आते ही चला जाता है तो नवरात्रि पर गुलर के दो फल लेकर आएं और देवी के चरणों में इसे रख कर फिर अपनी तिजोरी में लाल कपड़े में लपेट कर रख दें। धन आने का जरिया बना रहेगा।

पीपल के पत्ते पर सिंदूर से ‘श्रीं’ लिखें और देवी को चढ़ाकर बाद में अष्टमी के दिन अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से धन की बढ़ोत्तरी होगी।

गुलाब के फूल में कपूर रखकर माता लक्ष्मी के सामने रखे। फिर माता महालक्ष्मी के मन्त्र का 6 माला जप करें। शाम के समय फूल में से कपूर लेकर जला दें और फूल देवी को चढ़ा दें।

नवरात्र के चौथे दिन पान के पत्ते में गुलाब की सात पंखुड़िया रखें और महालक्ष्मी मन्त्र पढ़ते हुये पान को देवी मां को चढ़ा दें।

नवरात्र के दौरान घर में मोर पंख लाकर उसे मंदिर में स्थापित करने से कई फायदे होते हैं। मोर पंख को भगवान का अंश माना जाता है। मां लक्ष्मी की ए‍क सवारी में से मोर भी होता है। नवरात्र में मोर पंख घर में लाने से आपके घर में मां लक्ष्मी का वास होता है और सुख समृद्धि भी बढ़ती है।

नवरात्रि में 9 सफेद कौड़ियों को लाल रूमाल या लाल कपड़े में बांधकर घर की तिजोरी में रखने से धन में वृद्धि होती है।

नवरात्री में नवमी के दिन किसी निर्धन बालिका को वस्त्र और उपहार देकर आशीर्वाद लें।

यदि आपके बनते काम बिगड़ जाते हैं तो आपको नवरात्रि की नवमी को लोहे के पात्र में जल भरे और इसमें चीनी, दूध और घी मिला कर पीपल के की जड़ में चढ़ना चाहिए। इससे आपकी समस्या दूर हो जाएगी।

नवरात्र में किसी पूराने अशोक वृक्ष की जड़ का पूजन करने से मांदुर्गा की कृपा से धन-सम्पत्ति में वृद्धि होती है।

नवरात्रि में पीपल के पेड़ पर सफेद रंग की ध्वजा चढ़ाने से आकास्मिक धन की प्राप्ति का योग बनता है।

नवरात्रि की अष्टमी पर देवी दुर्गा को कमल का फूल चढ़ाएं और फिर इसे लाल वस्त्र में लपेट कर उनके चरणों में रखें। इसके बाद इस पर सिंदूर लगा कर उसे अपनी तिजोरी में रख दें। धन की आपको कभी कमी नहीं होगी।

दुर्गाष्टमी के दिन श्री यंत्र की स्थापना करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

नवरात्रि में किसी भी दिन प्रातःकाल गाय को गन्ना या गुड़ खिलाने से जीवन की समस्याएं दूर हो जाती हैं।

नवरात्रि के मौके पर नौ कन्याओं को भोजन कराने और उन्हें श्रृंगार के साथ उपहार देने से धन की कमी दूर होती है।

अगर शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी के मंदिर में शंख, कोड़ी, कमल का फूल, मखाने, बताशे, खीर और गुलाब का इत्र चढ़ाया जाए तो मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।

यदि नौकरी चली गई है या नौकरी मिल नहीं रही तो नवरात्रि में रोज पीपल के पेड़ की जड़ में कच्चा दूध चढ़ाएं। साथ ही शाम के समय देवी मां के सामने घी का दीपक जलाएं। ये उपाय आपकी समस्या दूर कर देगा।

घर में मौजूद नकारात्मक शक्तियों को दूर कर आप अपने धन संकट से बच सकते हैं। इसके लिए नवरात्रि में किसी भी दिन मुख्य द्वार पर नींबू और मिर्च टांग दें और जब ये सूखने लगे नया लगा दें।

नवरात्रि में किसी भिखारी या गरीब को कुछ अनाज का दान करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि में उन्हें बूंदी के लड्डू चढ़ाना अच्छा माना जाता है। इससे आपकी मनोकामनाएं पूरी होंगी।

नवरात्रि में इन मन्त्रों का जाप करने से भी मां लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

दुर्गे स्मृता हरसिभीतिम शेष जन्तो:।

स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।।

दारिद्रयदु:ख हारिणी का त्वदन्या।

सर्वोपकारणाय सदाऽर्द्रचित्ता।।

या

ते सम्मता जनपदेषु तेषां।

तेषां यशांसि न च प्रसीदति धर्म वर्ग:।।

धन्यास्त एव निभृतात्मज भृत्यदारा।

येषां सदाभ्युदयदा भगवती प्रसन्ना।।

श्री दुर्गा सप्तशती से इन सम्पुट मंत्रों में से किसी एक मन्त्र का सम्पुट लगाकर अनुष्ठान करें या करवाएं। कठिन हो तो सिर्फ मंत्र की 11 या 21 माला रोज करें। यह भी कठिन लगे तो नित्य एक माला का जाप करें। हवन-पूजन नित्य करें। निश्चित लाभ होगा।

माता महालक्ष्मी मन्त्र-

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद

श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः

इस मन्त्र का 108 बार जप करने से आपको अथाह धन की प्राप्ति होगी।