कार्यालय में कैसा रखें व्यवहार

Shweta Obrai | 28-Jan-2015

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अपने करियर में हर कोई तरक्की चाहता है। इस तरक्की में जहां बेहतर काम की महत्वपूर्ण भूमिका है, वहीं बेहतर व्यवहार भी बहुत जरूरी है। यहां ऐसे ही बिंदुओं को स्पष्ट किया गया है, जो आपकी तरक्की में मील के पत्थर साबित हो सकते हैं।

हम अपने जीवन का बहुत बड़ा हिस्सा कार्यस्थल पर गुजारते हैं। ऐसे में हमारा व्यवहार ही सबसे पहले हमारे काम आता है, परंतु कई लोग अनजाने में कुछ गलतियां कर जाते हैं, जो उनकी तरक्की के मार्ग में बाधक बन जाती हैं। जानिए कार्यस्थल पर अच्छे व्यवहार को बनाए रखने के कुछ गुर।

आपकी सफलता और विकास में बहुत कुछ आपके द्वारा खुद की बनाई छवि पर निर्भर करता है और आपकी छवि मात्र आपके काम से ही विकसित नहीं होती, बल्कि यह कार्यस्थल पर आपके व्यवहार से भी बनती है। यह बात अक्सर लोग भूल जाते हैं और प्रमोशन के समय उन्हें इस भूल की याद आती है, इसलिए कठोर परिश्रम के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि आप अपने साथियों के साथ अच्छा बर्ताव करें और लोगों पर अपने व्यवहार से सकारात्मक असर डालें।

कार्यस्थल पर व्यवहार के कुछ बुनियादी पहलुओं की एक सूची हम यहां दे रहे हैं, जिसे हमेशा ध्यान रखना चाहिए।

☆ ड्रेस कोड का पालन करें

आपकी वेशभूषा आपके प्रोफेशनलिज्म और आत्मविश्वास को बनाने या बिगाड़ने में बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। दफ्तर के ड्रेस कोड का पालन न करना न केवल सहकर्मियों की निगाह में आपको गैर-जिम्मेदार बनाता है, बल्कि प्रोफेशनल छवि को भी नष्ट करता है।

☆ समय की पाबंदी

समय का पाबंद न होना अन्य लोगों को बुरा लग सकता है और आपकी प्रोफेशनल छवि को तो नुकसान पहुंचाता ही है। काम या अपॉइंटमेंट्स में देरी होना यह दर्शाता है कि आप कार्य के प्रति गंभीर नहीं हैं। साथ ही यह न केवल आपके, बल्कि दूसरे लोगों के काम पर भी असर डालेगा। अन्य लोगों के समय की इज्जत करें और मीटिंग्स और अपॉइंटमेंट्स आदि के लिए समय पर पहुंचें।

☆ सहकर्मियों और वरिष्ठों की इज्जत

अन्य लोगों की इज्जत करना बुनियादी शिष्टाचार का हिस्सा है। दूसरों की इज्जत न करने से केवल नकारात्मकता और नफरत ही उपजती है। आप काम करने में कितने भी कुशल क्यों न हों, लेकिन यदि आप अपने साथियों की इज्जत नहीं करते तो आपकी सफलता की संभावना समाप्त हो जाती है। यहां तक कि ऐसे माहौल में रहना, काम करना भी दूभर हो जाता है। इसलिए अपने सहकर्मियों की इज्जत करते हुए कार्यस्थल पर आपसी सहयोग की संस्कृति को मजबूत करें।

☆ दफ्तर की मर्यादा बनाए रखें

चिल्लाना, तेज बोलना, किसी की बात काटना, बेबात शोर मचाना, मोबाइल की घंटी को बजते रहने देना आदि दफ्तर की मर्यादा को बिगाड़ते हैं। ऐसे कार्यो से बचें, जो दफ्तर का माहौल खराब करते हैं। याद रखें कि वहां और लोग भी काम करते हैं, जिन्हें आपकी इन आदतों से दिक्कत होगी। हमेशा दफ्तर की गरिमा का ख्याल रखें और सबके लिए माहौल शांतिमय और स्वस्थ बनाने में सहयोग दें।

☆ अफवाहें न फैलाएं

अफवाहों का आपकी प्रोफेशनल छवि पर विपरीत असर पड़ता है। सभी प्रोफेशनल्स को इस आदत से दूर रहना चाहिए। हर जगह ऐसे लोग जरूर होते हैं, जो अफवाहों और गपबाजी में अपना सारा समय बर्बाद करते हैं। ऐसे लोगों को कभी इज्जत की निगाह से नहीं देखा जाता। यहां तक कि कुछ कंपनियों में तो ऐसे अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी नीतियां भी बनी हुई हैं। सबकी सुनें पर कभी अफवाहें फैलाने का हिस्सा न बनें। कई बार दफ्तर एक प्राइमरी स्कूल की भांति भी होता है, जहां आपको अच्छे व्यवहार के नंबर भी मिलते हैं।

हालांकि, कार्यस्थल पर अच्छे व्यवहार की कोई नियमावली नहीं होती, फिर भी आपकी तरक्की और छवि को ऊंचा उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ अच्छा व्यवहार भी दर्शाएं। आप पाएंगे कि प्रमोशन के समय यह गुर किस तरह आपके पक्ष में काम करता है।